एमपीसीए पर कांग्रेस के नए आरोप- टिकट बुकिंग के लिए 88 लाख कमीशन दिया, खाली स्टेडियम की सिक्योरिटी पर 35 लाख खर्च करते हैं

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Vijay Choudhary
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एमपीसीए पर कांग्रेस के नए आरोप- टिकट बुकिंग के लिए 88 लाख कमीशन दिया, खाली स्टेडियम की सिक्योरिटी पर 35 लाख खर्च करते हैं

संजय गुप्ता, INDORE. टी-20 इंटरनेशनल मैच 4 अक्टूबर को इंदौर में हुआ था। तभी से एमपी क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) पर लगातार हमले हो रहे हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस के सचिव राकेश यादव MP अगेंस्ट एमपीसीए करप्शन जनआंदोलन के नाम से लगातार गैर राजनीतिक आंदोलन चला रहे हैं। इसे लेकर 4-4 बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दर्जन भर आरोप लगा चुके यादव ने 11 नवंबर को एक बार फिर मोर्चा खोला और नए आरोप लगाए। इसमें फिर केंद्र में प्रेसीडेंट अभिलाष खांडेकर, सीएओ रोहित पंडित और सचिव संजीव राव रहे। 



अब यह लगाए आरोप



राकेश यादव ने कहा कि पंडित ने कहा था कि हम से शिकायतकर्ता जवाब ले सकता है, हमने सभी आरोप भेजे थे लेकिन 15 दिन में कोई जवाब नहीं दिया गया। एमपीसीए की बैलेंस शीट बताते हुए यादव ने आरोप लगाया कि साल 2019-20 में भारत और श्रीलंका के बीच हुए टी-20 मैच के टिकट बेचने में एमपीसीए ने खुद ही 1.72 करोड़ की आय होना बताया है और इस पर पेटीएम, इंसाइडर को कमीशन के तौर पर 88.51 लाख रुपए दिए। मात्र ऑनलाइन बुकिंग का इतना कमीशन या सर्विस चार्ज सारे विश्व में कहीं नहीं है।



इस खर्च में भी खेल के आरोप



यादव ने आरोप लगाए कि कॉन्ट्रैक्चुअल और प्रोफेशनल का खर्च 60.91 लाख बताया गया हैं, जो मात्र असल में 27 से 32 लाख होता हैं। इसमें भ्रष्टाचार का बड़ा खेल हुआ है। इसी तरह इलेक्ट्रिक ऑफिसर के नाम 15 लाख खर्च किए हैं। लीगल और प्रोफेशनल चार्ज के रूप में भारी भरकम राशि 21.40 लाख बताई गई है। सिक्योरिटी के नाम पर 35.77 लाख  की राशि खर्च की जाती हैं, खाली स्टेडियम की सुरक्षा में। जबकि सिक्योरिटी के मात्र छह से आठ गार्ड रहते हैं। हालात यह हैं कि 2020 में अगर मैच समेत सिक्योरिटी में 35 लाख खर्च हैं तो यह सिक्योरिटी खर्च 2022 में 60 लाख तक पहुंच जाती है। लेकिन रोड सेफ्टी मैच में मात्र पांच लाख बाइस हजार में सिक्योरिटी हो जाती  है।



टैक्स भी जमा नहीं किया



यादव ने आरोप लगाया कि आज तक एमपीसीए ने नगर निगम का पांच फीसदी मनोरंजन कर जमा नहीं किया हैं। न ही इस बात की जानकारी दी हैं कि कितने टिकिट विक्रय, कॉम्पलिमेंट्री और फ्री पास के रूप में दिए हैं। नगर निगम ने इस संदर्भ में जानकारी दी हैं कि एमपीसीए को पत्र जारी करके टिकिटों के विक्रय की जानकारी मांगी गई हैं लेकिन एमपीसीए ने आज तक जवाब नहीं दिया हैं। 



यादव ने आरोप लगाया कि 29 हजार से ज्यादा टिकट बेचे गए हैं। इसमें- साउथ पवेलियन लोअर-2250 टिकट,  साउथ पवेलियन फर्स्ट फ्लोर-2250,  साउथ सेकेंड़ फ्लोर-2350,  साउथ थर्ड फ्लोर -2250,  ईस्ट लोअर-2500,  ईस्ट प्रथम तल-3000,  ईस्ट प्रथम तल-2700,  ईस्ट द्वतीय तल-2200,  वेस्ट लोअर के 2400, प्रथम तल के 2800 और 2700 और दूसरे तल के 2100। इन सभी टिकटों की कुल कीमत 6.29 करोड़ होती है। इसका मनोरंजन और जीएसटी कर भी देना है। 



रात को ही बेचे गए टिकट



एक और आरोप लगाया गया कि टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग की गई। एमपीसीए ने एकाउंट में सीधे राशि लेकर टिकट बेचे हैं। इसकी एंट्री उनके खाते में भी दर्ज है। एमपीसीए ने ऑफलाइन टिकिट बिना पेटीएम इनसाइडर भी बेचे।


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